न्यू राजस्थान धरा न्यूज संवाददाता प्रवीण सिंह ओड
पाली शहर के इंद्रा नगर मठ स्थित सरोवर इन दिनों धर्म और आस्था का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। प्रतिदिन प्रभात वेला में पाली शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचकर मछलियों को दाना डालते हैं। कोई ब्रेड, कोई मकई के आटे की गोलियां तो कोई चावल के मुरमुरे लेकर सरोवर के तट पर खड़े होकर मछलियों को भोजन कराता है।
शुक्रवार अमावस्या के दिन यह दृश्य विशेष रूप से मन मोहक नजर आया। एक ओर प्रभात वेला में सूर्य देव अपनी किरणें धरती पर बिखेर रहे थे, वहीं दूसरी ओर मानव जीवन कल्याण की भावना से प्रेरित श्रद्धालु मछलियों के साथ-साथ कबूतरों एवं राष्ट्रीय पक्षी मोर को भी दाना डालते नजर आए।
इस अवसर पर पृथ्वीराज सोनी, दिलीप सोनी, अभिषेक सोनी, पुरण, विनोद सोनी, सुरेश ओड, ठेकेदार राजेंद्र ओड, ठेकेदार सेवाराम ओड, प्रवीण सिंह ओड सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे, जिन्होंने अमावस्या के पावन दिन मठ के सरोवर पर मछलियों को ब्रेड व मकई के आटे का दान किया।
पशु विभाग के चिकित्सक डॉ. तखतसिंह भी परिवार सहित पहुंचे। उन्होंने बताया कि वे पिछले करीब तीन वर्षों से हर माह अमावस्या के दिन यहां आ रहे हैं। साथ ही वे पाली के निकट स्थित मानपुरा गौशाला में गौ माता के लिए गुड़ भी दान करते हैं।
इंद्रा नगर मठ का यह सरोवर न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बन रहा है, बल्कि जीव-जंतुओं के प्रति करुणा और सेवा भाव का संदेश भी समाज को दे रहा है।
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