राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी में कहां है कि दिल्ली जैसी पर्यावरण की परिस्थितियों अन्य शहरों में न बने इसके लिए इंजीनियर्स को समय रहते प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि अभियंता सेवा, समर्पण और मानवता का पर्याय होते है। देवनानी ने कहा कि इंजीनियर को 50 वर्ष आगे की योजना बनाकर कार्य करना चाहिए। स्पीकर देवनानी रविवार को यहां टोंक रोड स्थित एक होटल में जैन इंजीनियर समिति के 18वें राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।देवनानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। समारोह में स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कारगिल युद्ध में साहसिक भूमिका निभाने वाले ग्रुप कैप्टन अनिमेष पाटनी का शाल ओढ़ाकर अभिनंदन किया। स्पीकर देवनानी ने समिति द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया। देवनानी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सक्रिय भागीदारी निभानी होगी। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए सभी अभियंताओं को पहल करनी चाहिए ताकि पर्यावरण प्रदूषण की समस्याओं का समाधान निकाला जा सके। देवनानी ने कहा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढ़ाना होगा। हमें एक घर में एक ही वहां रखना जैसे प्रावधानों पर विचार करना होगा। पब्लिक ट्रांसपोर्ट और पब्लिक पार्किंग के लिए प्रत्येक व्यक्ति और समाज को पहल करनी होगी। वाहन चालको की नियमावली को भी कठोरता से पालना करानी होगी। देवनानी ने कहा कि नागरिक स्वास्थ्य को बना कर ही हम प्रगति कर सकते हैं। प्रदूषण से मानव जीवन खतरे में है। इन खतरों से समय रहते संभलने के लिए लोगों को सावचेत करना होगा। स्वागत भाषण पी सी छाबड़ा ने किया। पुनीत कर्णावत ने भी समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर देश भर के जैन समाज के अभियंता समारोह में मौजूद थे।
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