जहाज़पुर पंडेर पत्रकार- रामदयाल
मांडलगढ़।जिले में वृद्धावस्था पेंशन योजना के नाम पर बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। मांडलगढ़ क्षेत्र के एक ई-मित्र संचालक ने प्रदेशभर में पेंशन ठगी का संगठित नेटवर्क खड़ा कर दिया। जांच में सामने आया है कि संचालक ने कम उम्र के 975 लोगों को फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से वृद्ध दिखाकर उनकी पेंशन स्वीकृत करवाई और पेंशन राशि स्वयं हड़प ली।
जानकारी के अनुसार आरोपी ई-मित्र संचालक ने लाभार्थियों की जन्मतिथि में हेरफेर कर उन्हें पात्र दर्शाया। इसके बाद बैंक खातों में बदलाव कर पेंशन की राशि अपने नियंत्रण में ले ली। बीते दो वर्षों में करीब ढाई करोड़ रुपये की फर्जी पेंशन राशि उठाने का अनुमान है।
मामले के उजागर होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है। संबंधित विभागों को जांच के निर्देश दिए गए हैं और सभी संदिग्ध पेंशन खातों की गहन पड़ताल की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह भी आशंका जताई जा रही है कि इस फर्जीवाड़े में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।
प्रशासन ने साफ किया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और गलत तरीके से उठाई गई पेंशन राशि की वसूली की जाएगी।
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