ब्यावर /दयानन्द आर्य बालिका महाविद्यालय में सोमवार 23 दिसम्बर 2025 से राष्ट्रीय सेवा योजना के सप्त दिवसीय शिविर का शुभारम्भ आर्य समाज की परम्परा के तहत यज्ञ एवं हवन के साथ हुआ।सप्त दिवसीय शिविर का उद्घाटन श्री गोदावरी आर्य कन्या शिक्षण समिति सचिव अभय देव आर्य के आतिथ्य तथा प्राचार्य डॉ शालु शर्मा की अध्यक्षता में किया गया तत्पश्चात् सभी राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाओं एवं ईकाई प्रभारियों द्वारा यज्ञ में आहुतियों दी गई।प्रथम सत्र में राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम ईकाई प्रभारी श्रीमती निकिता शर्मा ने स्वयं सेविकाओं को सप्त दिवसीय शिविर की रूपरेखा बताई।
प्रथम सत्र में आर्य समाज के वाचस्पति मधुलक जी शास्त्री द्वारा हवन का महत्व बताया गया एवं शिक्षण समिति सचिव अभय देव आर्य ने आर्य समाज के स्वामी श्रद्धानन्द जी की पुण्यतिथि के उपलक्ष में उनके विचारों एवं देश के प्रति किये गये कार्यों से अवगत करवाया गया। तत्पश्चात् मधुलक जी शास्त्री ने अपने उद्बोधन में स्वामी श्रद्धानन्द जी के जीवन परिचय की विस्तृत जानकारी स्वयं सेविकाओं को प्रदान की गई।शिविर के द्वितीय सत्र में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाओं ने स्वामी श्रद्धानन्द जी के विचारों को सबके सामने रखा जिनमें नेहा कुमावत पंचम सेमेस्टर सुश्री नीलम श्रीमाली प्रथम सेमेस्टर एवं कहकशा खान पंचम सेमेस्टर ने अपने विचार रखें।शिविर के तृतीय सत्र में महाविद्यालय व्याख्याता रेणू पंजाबी द्वारा सभी राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाओं के व्यक्तित्व विकास का हमारे जीवन में महत्व पर चर्चा की गई। व्यक्तित्व विकास के पांच आयाम से छात्राओं को रूबरू करवाया गया शिविर के प्रथम दिवस के अंत में महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. शालु शर्मा ने सभी छात्राओं को स्वामी श्रद्धानन्द के जीवन से दृढ़ संकल्प एवं देश भक्ति की सीख लेने के लिए प्रेरित किया एवं सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।कार्यक्रम में डॉ. अल्का मून्दडा, डिम्पल मालू, रितु बाबेल, विनोद कुमार दौलिया, जया पांचाल, ललिता कुमावत,जांगिड़, नीतू बाकोलिया, सावित्री चौहान, अजय साहू पीयूषशर्मा, एवं अन्य स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की द्वितीय ईकाई प्रभारी आशा मालवीया द्वारा किया
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